NH-1 परागपुर के पास एजीआई (AGI) फ्लैट में सातवीं मंजिल से 19 अप्रैल की रात 44 साल के एडवोकेट संजीव कुमार और उसकी महिला मित्र अंजूपाल की किडनैपिंग का सनसनीखेज मामला ट्रेस हो गया है। कपूरथला पुलिस ने गुजरात के कच्छ से मुख्यारोपी हरविंदर सिंह बिंदर को अरेस्ट किया है। बिंदर 13 साल पहले लुधियाना में डीएसपी बलराज गिल और उनकी महिला मित्र की हत्या में डबल उम्र कैद की सजा काट रहा था। 2 महीने पहले वह पैरोल पर आया था। उसने एक साजिश के तहत फिर से डबल मर्डर को अंजाम दिया है।
पूछताछ में बताया कि उसने संजीव और अंजू का मर्डर कर दिया है. पुलिस पहले ही एडवोकेट की कार लुधियाना से बरामद कर चुकी है। पुलिस जांच में पता चला कि अंजू उसकी पुरानी जानकार थी। वे अंजू को पैसे भेजता था, उसके पैसे से फ्लैट खरीद लिया। अब अंजू उससे किनारा कर एडवोकेट के साथ रहने लगी थी। इसी वजह से दो दोस्तों संग मिलकर उसने दोनों को मार दिया। कपूरथला पुलिस ने मुख्यारोपी लुधियाना निवासी हरविंदर बिंदर को सोमवार दोपहर अदालत से ट्रांजिट रिमांड लिया है।
मामला : गोल्डन एवेन्यू फेज-2 के सुदेश लाल ने बताया कि 44 साल का बेटा संजीव कुमार एडवोकेट है। परागपुर के पास एजीआई इमारत में फ्लैट नंबर 711( ई) मेरे बेटे संजीव और उसकी महिला दोस्त अंजूपाल के नाम पर है। इस फ्लैट में बेटे संग अंजू और उसकी 16 साल की बेटी पलक रहते हैं। 19 अप्रैल को बेटा अपने फ्लैट में चला गया। 22 अप्रैल को बेटे को कॉल की तो उसका फोन बंद आ रहा था। फिर अंजू को कॉल की तो उसका भी फोन बंद आना शुरू हो गया। वह फ्लैट में गए तो फ्लैट बंद था। वह 23 अप्रैल की सुबह फिर फ्लैट गए और सिक्योरिटी गार्ड से ताला तुड़वा तो वह देख कर दंग रह गए कि अंदर पलक थी।
पलक ने बताया कि अंकल 19 अप्रैल की देर रात तीन लोग पता नहीं कैसे अंदर आ गए और पापा-मम्मी को साथ ले गए। थाना सदर (फगवाड़ा) की पुलिस ने बीएनएस की धारा 138 व 140 और असलहा एक्ट की धारा 25 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। डीएसपी मर्डर केस में आजीवन कारावास भुगत रहा है बिंदर दो आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा था बिंदर मोगा में तैनात रहे डीएसपी बलराज गिल और उनकी महिला मित्र मोनिका कपिला का 1 फरवरी 2012 की रात लुधियाना के गोल्फ लिंक स्थित फार्म हाउस में कत्ल कर दिया गया था। लुधियाना के किचलू नगर के रहने वाले डीएसपी गिल और मोनिका का शव दूसरे दिन मिला था।